एक लाख की रिश्वत के जुर्म में ईओ गिरफ्तार नगरपालिका का सहायक कर्मचारी भी चपेट में आया
श्रीगंगानगर, 23 मार्च (नि.स.)। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने शुक्रवार को हनुमानगढ़ जिले में संगरिया नगरपालिका के अधिशाषी अधिकारी तथा एक सहायक कर्मचारी को एक धर्मकांटा के संचालक से एक लाख की रिश्वत लेने के जुर्म में गिरफ्तार किया। यह रिश्वत धर्मकांटा के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) देने की ऐवज में मांगी गई थी। इस एनओसी के लिए नगरपालिका की ओर से धर्मकांटा के संचालक को बार-बार नोटिस दिये जा रहे थे। रिश्वतखोरी के इस मामले के उजागर होने पर नगरपालिका संगरिया में जहां हड़कम्प मच गया, वहीं कस्बे में तरह-तरह की चर्चाएं फैल गईं। रिश्वतखोरी के इस प्रकरण के छींटे नगरपालिका अध्यक्ष के दामन पर भी गिरने लगे हैं। शुक्रवार दोपहर लगभग सवा बजे यह कार्यवाही ब्यूरो की श्रीगंगानगर चौकी के प्रभारी, अवर एसपी राजेन्द्र प्रसाद ढिढारिया तथा हनुमानगढ़ में ब्यूरो चौकी के प्रभारी डीएसपी गणेशनाथ सिद्ध की अगुवाई में संयुक्त टीम द्वारा की गई। नगरपालिका कार्यालय में जैसे ही डीएसपी की टीम ने अधिशाषी अधिकारी संदीप बिश्रोई और सहायक कर्मचारी विनोद कुमार को दबोचा, इसके तुरंत बाद अवर एसपी राजेन्द्र प्रसाद ढिढारिया अपनी टीम लेकर गांव गिलवाला रवाना हो गये। संगरिया के समीप ही गांव गिलवाला में अधिशाषी अधिकारी संदीप बिश्रोई का पैतृक निवास है। ब्यूरो के सूत्रों के अनुसार गांव लीलांवाली निवासी प्रकाश जैन ने कुछ ही समय पहले संगरिया के नजदीक रतनपुरा में एक धर्मकांटा लगाया है। इस धर्मकांटा के लिए एनओसी लेने के लिए नगरपालिका की ओर से प्रकाश जैन को बार-बार नोटिस दिये जा रहे थे। बताया यह जा रहा है कि यह नोटिस नगरपालिका अध्यक्ष के इशारे पर अधिशाषी अधिकारी भेज रहे थे। इन नोटिसों के सम्बंध में प्रकाश जैन ने जब नगरपालिका में सम्पर्क किया गया, तो एनओसी के बदले एक लाख की रिश्वत मांगी गई। बताया जाता है कि यह रिश्वत पालिका के उक्त कर्मचारियों के जरिये मांगी गई। प्रकाश जैन ने इसकी शिकायत ब्यूरो के अधिकारियों को कर दी। बीकानेर में ब्यूरो की अधीक्षक ममता बिश्रेाई के निर्देशन में ट्रेप की इस कार्यवाही को सफलतापूर्वक पूर्ण करने के लिए योजना बनाई गई। इसके लिए अवर एसपी राजेन्द्र प्रसाद ढिढारिया और डीएसपी गणेशनाथ सिद्ध को निर्देश दिये गये। ब्यूरो सूत्रों के अनुसार विगत 21 मार्च को प्रकाश जैन द्वारा की गई शिकायत का सत्यापन करवाया गया, जिस दौरान उसकी व ईओ संदीप बिश्रोई के बीच रुपयों के लेनदेन की हुई बातचीत को गुप्त रूप से रिकॉर्ड किया गया। इस बातचीत के समय ही संदीप बिश्रोई ने प्रकाश जैन से 50 हजार रुपये ले लिये। बाकी 50 हजार रुपये आज शुक्रवार को देना तय हुआ। योजना के अनुसार आज दोपहर प्रकाश जैन 50 हजार रुपये लेकर पालिका कार्यालय में गया, तो वहां संदीप बिश्रोई ने यह राशि सहायक कर्मचारी विनोद को पकड़ा देने के लिए कहा। विनोद ने यह राशि लेकर अपनी जेब में रख ली। इसके बाद इशारा मिलते ही ब्यूरो की टीम ने छापा मार दिया। दोनों को ही हिरासत में ले लिया गया। रिश्वत की राशि भी विनोद से बरामद हो गई। ब्यूरो की टीम ने प्रकाश जैन को भेजे नोटिसों से सम्बन्धित पत्रावली को अपने कब्जे में कर लिया। तत्पश्चात् संदीप बिश्रोई और विनोद को लेकर ब्यूरो की टीम हनुमानगढ़ रवाना हो गई। उधर, गिलवाला में संदीप बिश्रोई के घर में सर्चिंग करने के बाद अवर एसपी राजेन्द्र प्रसाद ढिढारिया ने बताया कि उन्हें यहां कुछ भी विशेष नहीं मिला। ईओ और सहायक कर्मचारी को कल शनिवार को श्रीगंगानगर में ब्यूरो की विशेष अदालत में पेश किया जायेगा। उधर, संगरिया में रिश्वतखोरी का यह मामला खूब गर्मा गया है। इसे लेकर बहुत सी चर्चाएं हो रही हैं। कतिपय पार्षदों ने इस रिश्वतखोरी के पीछे नगरपालिका अध्यक्ष का हाथ होने के आरोप लगाये हैं।