स्वदेशी कोवैक्सिन और कोवीशील्ड को आखिरी मंजूरी
हर भारतीय के लिए गर्व की बात : पीएम मोदी
नई दिल्ली (एजेंसी)। कोरोना वैक्सीन के लिए देश के लोगों का इंतजार खत्म हो गया है। भारत बायोटेक की स्वदेशी कोवैक्सिन और सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड के इमरजेंसी यूज के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने मंजूरी दे दी है। वहीं जायडस कैडिला हेल्थकेयर की जायकोव-डी को फेज-3 ट्रायल का अप्रूवल मिला है। डीसीजीआई वी जी सोमानी ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेस कर यह जानकारी दी।सोमानी ने कहा कि कुछ साइड इफेक्ट जैसे- हल्का बुखार, दर्द और एलर्जी हर वैक्सीन में कॉमन होते हैं, लेकिन ये दोनों वैक्सीन 110त्न सुरक्षित हैं। वैक्सीन से नपुंसक होने जैसी बातें बकवास हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वैक्सीन की मंजूरी के फैसले का स्वागत किया है। डब्ल्यूएचओ साउथ-ईस्ट एशिया की रीजनल डायरेक्टर डॉ. पूनम क्षेत्रपाल सिंह ने कहा कि भारत के इस फैसले से साउथ-ईस्ट एशिया में महामारी के खिलाफ लड़ाई मजबूत होगी। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि कोवैक्सिन का फेज-3 ट्रायल अभी तक नहीं हुआ है। इसे जल्दबाजी में अप्रूवल दिया गया है, यह खतरनाक हो सकता है। स्वास्थ्य मंत्री को इस बारे में स्थिति साफ करनी चाहिए। जब तक ट्रायल पूरा नहीं हो, तब तक कोवैक्सिन का यूज नहीं करना चाहिए।कोरोना पर बनी सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने शनिवार को भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए सशर्त मंजूरी देने की सिफारिश की थी। इसके पहले शुक्रवार को सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड को भी इसी तरह की मंजूरी देने की सिफारिश की गई थी। दोनों को मंजूरी मिलने से अब उम्मीद जताई जा रही है कि अगले हफ्ते से वैक्सीनेशन ड्राइव भी शुरू हो जाएगा। तैयारियों को परखने के लिए पूरे देश में इसके लिए वैक्सीनेशन ड्राई रन भी शुरू हो
चुका है।