सिनेमा एप्रीसिएशन: पैरामीटर, महत्व और पक्षपात पर हुआ सेशन

जयपुर (कासं.)। जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी, जयपुर के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने सिनेमा एप्रीसिएशन: पैरामीटर, महत्व और पक्षपात पर कराया सेशन जिसकी मुख्य वक्ता शुभ्रा गुप्ता भारत की जानी मानी और प्रभावशाली फिल्म समीक्षक रहीं। शुभ्रा गुप्ता ने बताया कि हर व्यक्ति फिल्म समीक्षक है प्रत्येक दर्शक की अपनी समीक्षा होती है लेकिन केवल कुछ को ही मौका मिलता है इसे दूसरों को पेशेवर के रूप में साझा करें। एक आलोचक की भूमिका के बारे में बताते हुए शुभ्रा गुप्ता ने कहां कि एक ‘आलोचक होने का मतलब है संदर्भ में हर चीज को देखना । इसमें न केवल सिनेमा शामिल है बल्कि कला, रंगमंच या कुछ भी हो सकता है। उन्होंने आगे बात करते हुए कहां समय बदल गया है पहले लोग फिल्म रिलीज के बाद रविवार के अखबार का इंतजार करते थे, फिल्म की समीक्षा को जानने के लिए पर अब रिलीज होने के कुछ घंटो बाद ही सोशल मीडिया पर लोग फिल्म समीक्षा पढ़ लेते हैं और फिल्म देखने न देखने का निर्णय ले लेते हैं और यहीं वजह है की आजकल फिल्म समीक्षा की गुणवत्ता गिरती जा रहीं है क्योंकि फिल्म की समीक्षा करने के लिए फिल्म के सभी दृष्टिकोणों को ध्यान में रखने और प्रस्तुत करने के लिए समय की आवश्यकता होती है। शुभ्रा गुप्ता ने सेशन के दौरान बच्चों के सवालों के भी जवाब दिए। जेइसीआरसी यूनिवर्सिटी के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ. अमित शर्मा ने अतिथि का स्वागत किया और विभाग के बारे में जानकारी दी वहीं असिस्टेंट प्रोफेसर निकिता बत्रा ने अतिथि का परिचय करवाया। संचालन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नरेंद्र कौशिक ने किया और असिस्टेंट प्रोफेसर शैलेंद्र प्रताप सिंह भाटी ने आभार प्रदर्शन किया। इस दौरान पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विद्यार्थी, फैकल्टी और स्टाफ के लोग मौजूद रहे।