कच्चा तेल महंगा होने के बावजूद 12वें दिन भी फेरदबल नहीं
नई दिल्ली। कोविड-19 वैक्सीन के सफल होने की खबरोंं के बीच दुनिया भर में कच्चे तेल की मांग बढ़ रही है। चीन में इसकी मांग इस तरह से बढ़ रही है, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि वहां जल्द ही मांग सामान्य हो जाएगी। इससे इसकी कीमतों पर असर पड़ा और यह बीते फरवरी के स्तर पर आ गया है। हालांकि, घरेलू बाजार में देखें तो पेट्रोल डीजल में अभी शांति ही है। यहां आज लगातार 12वें दिन पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई फेरबदल नहीं (हुआ। दिल्ली का भाव देखें तो शनिवार को भी पेट्रोल 83.71 रुपये पर तो डीजल 73.87 रुपये प्रति लीटर पर टिका रहा।बीते अगस्त के दूसरे पखवाड़े की शुरूआत से ही पेट्रोल की कीमतों में जो आग लगनी शुरू हुई थी, वह बीते एक सितंबर तक जारी रही थी। यदि दिल्ली की बात करें तो यहां बीते 13 किस्तों में पेट्रोल प्रति लीटर 1.65 पैसे महंगा हुआ था। उसके बाद कुछ दिनों तक स्थिर रहने के बाद बीते 10 सितंबर के बाद इसमें रह-रह कर कमी का रुख था और पिछले महीने इसमें 1.19 रुपये की कमी हो चुकी थी। इसके बाद 48 दिनों तक शांति रही थी। लेकिन, उसके बाद बीते 20 नवंबर से 15 किस्तों में ठहर-ठहर कर बढ़ोतरी ही हुई। इतने दिनों में पेट्रोल प्रति लीटर 2.55 पैसे महंगा हो चुका है। दिल्ली में बीते 3 अगस्त से रह रह कर डीजल के दाम में या तो कटौती हुई या फिर इसके दाम स्थिर रहे। इससे डीजल 3.10 रुपये प्रति लीटर और सस्ता हो चुका था। इसके बाद इसके दाम में भी 48 दिनों तक बढ़ोतरी नहीं हुई। लेकिन, पिछले 20 नवंबर से 12 किस्तों में ठहर-ठहर कर डीजल के दाम में बढ़ोतरी ही हुई। इतने दिनों में डीजल 3.41 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।